सबसे नई और हॉट सेक्स कहानी आज मैं आपको अन्तर्वासना स्टोरी के के पाठकों को सूना रही हूँ। आज मैं आपको बताउंगी कैसे मेरा दामाद ने मुझे चोदा पर हाँ उकसाने का काम मैंने ही किया तभी तो मुझे जमकर चोदा।
आज पूरी कहानी इस सेक्स स्टोरी वेबसाइट पर आपको शेयर करने जा रही हूँ आशा करती हूँ आपको मेरी ये कहानी बहुत पसंद आएगी और मैं चाहती भी यही हूँ की आपका लंड मैं खड़ा कर पाऊं अपनी सेक्स कहानी सुना कर।
मेरा नाम रम्भा है मैं 38 साल ही हॉट और खूबसूरत औरत हूँ। मेरे नैन नक्श बहुत ही सेक्सी है।
मैं अभी ही जवान और हॉट दिखती हूँ भले मैंने अपनी बेटी की शादी अठारह की उम्र में कर दी और जल्दी सास बन गई पर मेरी उम्र अभी चुदने की है और मुझे चुदना बहुत पसंद है।
पर भगवान् ने पति छीन लिया अब वो इस दुनियां में नहीं है पिछले साल ही उनका देहांत हो गया। बिना चुदाई के मैं कैसे काटी एक साल वो मुझे ही पता है।
घर में बेटी जवान हो रही थी डर था की आजकल की दुनियां को देखकर जवान बेटी को घर में रखना। मैंने जल्दी ही उसकी शादी कर दी क्यों की मेरा और कोई औलाद नहीं है।
मेरा होने वाला दामाद भी अकेला है है उसके मम्मी पापा दोनों ही डॉक्टर थे कोरोना में वो भी नहीं रहे वो भी एकलौता ही है।
अब सीधे चुदाई पर आती हूँ कैसे हुआ था ये सब पॉसिबल और कैसे मैंने खुद ब्लाउज फाड़ कर चुदाई के लिए आमंत्रित की थी अपने दामाद को। असल में मेरा बेटी दामाद दोनों ही मुंबई में रहते हैं और मैं देहरादून में। बेटी को तीन महीने का गर्भ ठहर गया तो मेरा दामाद मुझे लेने के लिए देहरादून आया था।
शाम को वो करीब छह बजे तक घर पहुंचा मैं पहले से ही बन ठन कर तैयार थी ऐसा नहीं था की मेरे मन में कुछ बुरे ख्याल थे। बस मुझे सजना संवरना अच्छा लगता है। भले बिधवा हूँ पर मैं ज़िंदगी अच्छे से जीती हूँ।
दिन भर मैं बहोत ज्यादा बिजी हो गई थी मार्किट से सामान लाना। खाना बनाना घर की साफ़ सफाई इसलिए रात होते होते थक गई थी। हम दोनों सास और दामाद खाना खाने बात चीत होने लगी खाना खाते हुए।
मैं बार बार उवासी ले रही थी दामाद जी पूछे मम्मी जी आप बहुत ज्यादा थक गई हो। चलो बेड पर आप लेट जाओ वही बात कर लेंगे। हम दोनों बैडरूम में ही चले गए मैं लेट गई वो मेरे ही बेड पर बैठ गया।
बातचीत होने लगी अचानक से मेरा दामाद मेरा पैर पकड़ लिए और दबाने लगा। मैंने कहा या आप क्या कर रहे हैं आप मेरे दामाद है मैं आपको ऐसे पैर छूने या दबाने नहीं दे सकती।
दामाद जी बोले अगर आप मेरी सगी माँ होती तो क्या आप पैर दबाने नहीं देते। आप बहुत थक गई है और मेरा फर्ज बनता है आपका पैर दबा दूँ। और वो जबरदस्त मेरी साडी को घुटनो के ऊपर कर दिया और वही कोकोनट का आयल था अपने हाथ में लेकर मेरे पैरों में लगाने लगा और हौले हौले से दबाने लगा।
मुझे बहुत आराम मिलने लगा था। मैं मन ही मन सोच रही थी काश एक बेटा होता तो शायद वो भी ऐसे ही करता। ये सोचते हुए मैं खो गई थी तभी दामाद जी ने मुझे हिलाते हुए कहा क्या सोच रही हो मम्मी जी।
मैंने कहा मैं ये ये सोच रही थी। तो उन्होंने कहा आज से आप मुझे अपना बेटा मानिये, आप वो सब रिश्ते मुझमे पा सकती हैं जिस रिश्ते की आपको जरुरत हो। मैंने कहा ठीक है वक्त आएगा तो वो भी ढूंढ लेंगे। और मुस्कुरा दी।
दामाद जी का हाथ जैसे जैसे घुटने से ऊपर आता मुझे कुछ कुछ होने लगा था और हो भी क्यों नहीं एक जवान और खूबसूरत औरत को रात के समय कोई मर्द पैर दबा रहा हो तो कैसा लगेगा।
सच बताऊँ दोस्तों मेरी कामवासना भड़क रही थी। मुझे कुछ कुछ होने लगा था। शायद मुझे ही नहीं बल्कि दामाद जी को भी कुछ कुछ होने लगा था क्यों की उन्होंने मेरी साडी को और ऊपर सरका दिया और था और जांघों को मसलने में उसकी रूचि बढ़ रही थी।
मैंने नोटिस किया उसका लंड धीरे धीरे खड़ा हो रहा था। और उसकी निगाहें मेरी चूचियों पर और मेरे पेट पर था वो मेरी नाभि को बार बार निहार रहा था। गोरी चिट्टी तो हूँ ही उसपर से पेट पतीली और कमर चौड़ी किसी का भी मन ख़राब हो जाये।
दामाद जी बोले मम्मी जो आप पेट के बल सो जाओ मैं पीठ भी दबा देता हूँ। मैं बिना कुछ कहे उपलत कर सो गई अब चूतड़ और पूरी पीठ उसके सामने था वो पीठ दबाना शुरू किया मेरी चूत गीली होने लगी धीरे धीरे वो चूतड़ को भी दबाने लगा।
अचानक से मेरा हाथ उसके लंड से टकरा गया काफी मोटा लंड था। जैसे भी मैंने उसके लंड को छुई वो सकपका गया बोला अब छोड़ देता हूँ शायद आपको आराम हो गया होगा मैंने कहा नहीं हुआ अभी आराम अभी और दबा दीजिये ऐसा लगा उनको मेरी बातों को जैसे की मैंने लाइसेंस दे दिया हो वो मेरी पीठ चूतड़ जांघ को दबाने लगा।
ओह्ह्ह्हह्हह क्या बताऊँ दोस्तों मैं चुदने के लिए तैयार थी। मैं सीधी हो गई और नशीली आँखों से देखने लगी मेरा दामाद टकटकी लगा कर देखने लगा। मैंने कहा साडी ऊपर कर दो उसने साडी ऊपर कर दिया।
मेरी चूत गीली हो गई थी उसी दिन मैंने अपनी चूत के बाल हटाए थे चूत देखकर वो पागल सा हो गया। वो तुरंत ही दोनों टांगो के बिच बैठ गया और मेरी चूत के दोनों हाथों से चीर कर अंदर देखने लगा बोला अंदर लाल है ऐसा लग रहा है आप कभी चुदी ही नहीं हो। आपको चूत काफी टाइट है।
मैंने कहा फिर आज चोद दो मुझे उसने तुरंत ही अपना ऊँगली मेरी चूत में घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा। मेरे पुरे शरीर में सिहरन होने लगी। मैंने अपना दोनों पैर फैला दी। वो मेरी चूत को चाटने लगा।
मेरी चूत गर्म हो चुकी थी। मुझे मोटा लंन्ड चाहिए था उसमे। पर वो चाटे जा रहा था मैंने कहा चोद दो मुझे बिना देर किये। उसने अपना मोटा लंड निकाला और मेरी चूत के छेद पर लगाया और जोर से घुसा दिया।
ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मैं पागल हो गई थी मोटा लंड और जवान लड़के का लंड अपनी चूत में लेकर। ओह्ह्ह्हह्हह आआआआ ऊऊह्ह्ह्हह्ह्ह्ह की आवाजें निकाल रही थी वो जोर जोर से धक्के दे दे कर चोद रहा था।
उसने अपनी दोनों हाथों से मेरी चूचियों को सहलाने लगा पर मैं ब्लाउज पहनी थी मैंने हुक खोलने की कोशिश की पर खुल नहीं रहा था। मैं काफी ज्यादा जोश में आ गई थी।
मेरे से रहा नहीं गया मैंने अपनी ब्लाउज ही फाड़ दी ताकि अपनी दोनों मदमस्त चूचियों को आज़ाद कर सकूँ। मैंने ब्लाउज फाड़ दी और दोनों चूचियों को दामाद की सेवा में हाजिर कर दिया।
वो अब मेरी चूचियों को मसलते हुए जोर जोर से धक्के दे दे कर मुझे खुश कर रहा था। वो कभी होठ चूमता कभी गाल कभी गर्दन कभी निप्पल को ऊँगली से मसलता तो कभी दांतो से दबा देता और पेलते रहा। मैं जोश में होश हो बैठी मैं अपने दामाद को अपने पैरों से और हाथों के जकड ली और कहने लगी।
चोद दो मुझे खुश कर दो मुझे। मैं आज से आपकी बीवी हूँ आजके बाद मेरी चूत पर मेरी चूचियों पर और मेरी गांड पर सिर्फ आपका हक है आज से आप मेरे पति हो जब चाहो मुझे चोदो।
इतना सुनते ही वो और भी पगला गया और जोर जोर से मुझे चोदने लगा पर वो ज्यादा देर तक बर्दास्त नहीं कर पाया और सारा वीर्य मेरी चूत में डाल दिया। मैं भी दो तीन झटके निचे से दी और मैं भी शांत हो गई अब हम दोनों एक दूसरे के बाहों में सो गए।
उसी दिन से शुरू हो गया ज़िंदगी की एक नई शुरुआत। अब हम दोनों रोजाना चुदाई करते हैं और खुश रहते हैं।
मैं मुंबई आ गई हूँ। मेरी बेटी पेट से है डॉक्टर सेक्स करने को मना किया है पर मेरी चांदी हो गई है दामाद मुझे रोजाना चोदता है। मैं बहुत खुश हूँ। फन गर्ल डॉट इन के सभी पाठकों को प्यार भरा नमस्कार।